स्थापना

श्री सत्यनारायण पटेल आरम्भ से ही समाजसेवा और पर्यावरण के लिए संकल्पित और समर्पित रहे है. अपनी तमाम राजनीतिक व्यस्तताओं के बावजूद वे समाजसेवा और प्रकृति से जुड़े मुद्दों के लिए समय निकाल ही लेते है. अपने पिता व गुरू श्री रामेश्वर पटेल (पूर्व मंत्री म. प्र. शासन)के निर्देशन में और मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री दिग्विजयसिंहजी के संरक्षण में उन्होंने अपने कुछ मित्रों को साथ लेकर उन्होंने सद्भाव शहीद स्मृति संस्था की नींव रखी. इस तरह आजादी की पचासवी वर्षगांठ यानी 15 अगस्त 1997 को सद्भाव शहीद संस्था अस्तित्व में आई.

समाज में आपसी भाईचारा और देशप्रेम की भावना को बढाने प्रकृति और पर्यावरण की रक्षा करने और समाज के आखरी तबके के लोगों के मन में आत्मविश्वास जगाकर शासकीय योजनाओं की रोशनी उन तक पहुंचाने के सामाजिक उद्देश्यों के लिए शहीद सद्भाव संस्था लगातार सक्रिय है.

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